अभद्र भाषा पर सुप्रीम कोर्ट का अवलोकन भारतीय संविधान के धर्मनिरपेक्ष पहलू की पुष्टि करता है

Supreme Court observation on hate speech reaffirms secular aspect of Indian Constitution

  हाफ़िज़ ग़ुलाम सरवर ,राष्ट्रीय प्रवक्ता आल इंडिया यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा हाल के वर्षों में अभद्र भाषा एक आदर्श बन गई है और इसके वास्तुकार अभिव्यक्ति और भाषण की स्वतंत्रता के नाम पर इसे सही ठहराते हैं। साथ ही, यह उस समुदाय के अस्तित्व की स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है, जिसकी ओर उसे निर्देशित किया जाता है। अभद्र भाषा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनलों पर समाचार बहस पारिस्थितिकी तंत्र का एक हिस्सा बन गई है। ये चैनल जानबूझकर हिंदू-मुसलमान को एक-दूसरे के खिलाफ एक अंतहीन युद्ध में पेश करते हैं, जिसका कोई…