G20 के स्वास्थ्य कार्यसमूह की पहली बैठक तिरुवनंतपुरम में शुरू, महामारी से निपटने की नीति पर हुई चर्चा
-18 से 20 जनवरी तक तिरुवनंतपुरम में स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक
-केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने तीन दिवसीय बैठक का उद्घाटन किया
-बैठक के पहले दिन दो सत्र आयोजित किए गए
तिरुवनंतपुरम। 18 जनवरी।
G20 इंडिया प्रेसीडेंसी के तहत पहली स्वास्थ्य कार्य समूह (HWG) की पहली बैठक 18 जनवरी से तिरुवनंतपुरम में शुरू हुई। पहले दिन दो सत्र आयोजित किए गए। पहले सत्र में हेल्थ एमरजेंसी रोकथाम और इसकी तैयारियों को लेकर चर्चा की गई जबकि दूसरे सत्र में सस्ती चिकित्सा और फार्मास्युटिकल सेक्टर में मजबूती लाने को लेकर बातचीत हुई। बैठक में G20 सदस्य देशों, विशेष आमंत्रित देशों और संबंधित अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। स्वास्थ्य कार्य समूह की यह बैठक 18 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक चलेगी।
पहली स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक में दुनिया में बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में मिलकर काम करने पर जोर दिया गया। साथ ही स्वास्थ्य कार्य समूह की इस बैठक में स्वास्थ्य आपात स्थिति का पता लगाना, तैयारियों और प्रतिक्रिया, दवाओं के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना, डिजिटल स्वास्थ्य नवोन्मेष और समाधान जैसे विषयों पर विशेष रूप से चर्चा की गई।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने तीन दिवसीय बैठक का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महामारी से निपटने की नीति हमारी स्वास्थ्य नीति का मुख्य हिस्सा होना चाहिए। आज विश्व के देश एक दूसरे से जुडे हुए हैं, ऐसे में किसी भी तरह के स्वास्थ्य संकट से आर्थिक संकट पैदा होता है। पवार ने भविष्य की स्वास्थ्य आपात स्थितियों का सामना करने के लिए समुदायों को मजबूत और सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने लचीली स्वास्थ्य प्रणाली और जीवन रक्षक टीकों, चिकित्सीय और निदान में निवेश के महत्व पर भी बल दिया। वहीं केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने अपने मुख्य भाषण में चिकित्सा पद्धतियों और नवाचार की भारत की समृद्ध संस्कृति पर प्रकाश डाला।