*भारतीय लोकतंत्र में पसमांदा (भारतीय मुसलमानों) की भूमिका* शारिक अदीब अंसारी, प्रो. देवेंद्र कुमार धूसिया *पसमांदा, एक फारसी शब्द जिसका अर्थ है ‘जो पीछे रह गए हैं’,* भारत में आर्थिक और सामाजिक रूप से हाशिए पर रहने वाले मुस्लिम समुदायों को संदर्भित करता है। इस समूह में मुख्य रूप से पिछड़ी जाति (अन्य पिछड़ा वर्ग या ओबीसी पसमांदा) और दलित (दलित पसमांदा) शामिल हैं। भारत में मुस्लिम आबादी का बहुमत होने के बावजूद, पसमांदा ने ऐतिहासिक रूप से बहिष्कार और भेदभाव का सामना किया है, न केवल व्यापक समाज…
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حجاب بنیادی حق کا معاملہ ہے۔ ایس ڈی پی آئی
حجاب بنیادی حق کا معاملہ ہے۔ ایس ڈی پی آئی نئی دہلی۔ (پریس ریلیز)۔ سوشیل ڈیموکریٹک پارٹی آف انڈیا (SDPI) کے قومی نائب صدر اڈوکیٹ شرف الدین احمد نے حجاب کے جاری معاملے پر سپریم کورٹ کے دو ججوں کے الگ الگ فیصلے کو انصاف کی تاریخ میں “ایک تاریخی موڑ” قرار دیا ہے اور ان فاشسٹ عناصرکا سخت نوٹس لیتے ہوئے کہا ہے وہ لوگوں کو بنیادی حقوق کے بارے میں گمراہ کرکے اور غیر ضروری تشہیر اور میڈیا سنسنی کے ذریعے رائے عامہ کو متاثر کرکے معاشرے کو…
مسلم مجلس مشاورت:ساکھ داؤپر
مسلم مجلس مشاورت:ساکھ داؤپر تحریر : قاسم سید کسی زمانہ میں مسلمانوں کی اکلوتی وفاقی تنظیم سمجھی جانے والی مسلم مجلس مشاورت کیا شدیدبحران سے دوچار ہے؟کیا مشاورت کی موجودہ معزز قیادت کے پاس حالیہ تنازعات حل کرنے کی صلاحیت نہیں یا وہ حل کرنا نہیں چاہتی؟ کیا مشاورت کے بانیوں میں سے ایک جماعت ا سلامی ہندکو اس سے الگ کرنے کی زمین تیار کی جارہی ہے؟مشاورت کی حالیہ مجلس عام کی میٹنگ میں صدارتی تقریر کے لب و لہجے اور اور ایک معززرکن کی جانب سے جماعت اسلامی…
ڈاکٹر محمد اکرم ندوی آکسفورڈ کی کتاب تاریخ ندوہ العلماء پر ایک طائرانہ نظر
ڈاکٹر محمد اکرم ندوی آکسفورڈ کی کتاب تاریخ ندوہ العلماء پر ایک طائرانہ نظر نقی احمد ندوی، ریاض، سعودی عرب تاریخ نویسی ایک ایسا فن ہے جس کے ساتھ انصاف کرنا بہت مشکل ہوتا ہے۔ تاریخ نویس کا ذاتی تجربہ، اسکا میلان اور لگاو، اس کی فکر اور آراء اکثروبیشتر تاریخ نویسی پر اثرانداز ہوتی ہے۔ دنیا میں وہی تاریخ نویس قابل اعتماد مانے گئے ہیں جنھوں نے حتی الامکان ان سے بچتے ہوئے حقائق پر روشنی ڈالنے کی کوشش کی ہے۔ حال ہی میں ڈاکٹر محمد اکرم ندوی صاحب…
पीएफआई द्वारा अपनाई गई विचारधारा भारतीय मुस्लिम के लिए प्रतिकूल है.
पीएफआई द्वारा अपनाई गई विचारधारा भारतीय मुस्लिम के लिए प्रतिकूल है. पीएफआई जिसका गठन वर्ष 2006 में एक समतावादी समाज की स्थापना के उद्देश्य से किया गया था जिसमें स्वतंत्रता, न्याय और सुरक्षा का आनंद लिया जाता है। पीएफआई के विज्ञापित लक्ष्य अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों के शैक्षिक विकास के लिए काम करने के अलावा देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था, धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था और कानून के शासन को बनाए रखते हुए राष्ट्रीय अखंडता, सांप्रदायिक और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना है। इसके विपरीत, पीएफआई को अपने घोषित उद्देश्यों से बहुत दूर देखा…
पी.एफ.आई.-टर्की संबंधः भारत के लिए चिंता का विषय
पी.एफ.आई.-टर्की संबंधः भारत के लिए चिंता का विषय धार्मिक अतिवाद उन लोगों के लिए घातक है जो इसके मूल्यों के अनुरूप नहीं है, या इसके सिद्धांतों को फिर से ढालते या प्रस्तुत नहीं करते हैं। यह नियंत्रण चाहता है और शक्ति ही एक ऐसा साधन है जो इसे बली के बकरे के रूप में प्रस्तुत करने के लिए अपने विशिष्ट कहर, विनाश और क्रूरता को खत्म करने में सक्षम बनाता है। चरमपंथियों को देना उन्हें सक्षम बनाता है और इससे भी बदतर इसने इन्हें प्रोत्साहित किया।श् -क्रिस्टीना ऐनजेला हिन्दुस्तान टाइम्स…
PFI – The Muslim Brotherhood of India
پی ایف آٸ ۔دی مسلم برادر ہڈ PFI – The Muslim Brotherhood of India The Muslim Brotherhood (ایم بی) ایک انتہا پسند تحریک ہے جس کا معاشی ڈھانچہ بین الاقوامی نوعیت کا ہے۔ MB انتہائی ڈھکے چھپے انداز میں کام کرتا ہے، جو اس کی بین الاقوامی نوعیت میں حصہ ڈالتا ہے۔ اس بات پر غور کرتے ہوئے کہ یہ بھائی چارے کی مسلسل بقا کے لیے اہم ہے، اس کا مالیاتی اور اقتصادی ڈھانچہ تنظیم کے انتہائی سختی سے محفوظ رازوں میں سے ایک ہے۔ تحریک کی زندہ رہنے…
भारत जोड़ो यात्रा से दक्षिणायन के द्वार खुले
अगर हमें बहुसंख्यकवाद का विरोध करना है, तो हमें द्रविड़ राजनीति के तीन वैचारिक स्तंभों- क्षेत्रवाद, तर्कवाद और सामाजिक न्याय को नए तरीकों से अपनाना होगा. क्या आपने दुनिया का दक्षिणाभिमुखी (साऊथ-अप) नक्शा देखा है? नहीं तो यहां क्लिक करके देखिए. दुनिया को देखने का नजरिया दक्षिणाभिमुखी नक्शे से एकदम उलट जाता है. अब तक नीचे पड़ा आस्ट्रेलिया आपको शीर्ष पर नजर आने लगता है, अफ्रीका महादेश दुनिया के नक्शे के केंद्र में स्थापित हो जाता है और लैटिन अमेरिका की अहमियत एकबारगी आपको दिखने लग जाती है. दुनिया के नक्शे…
न्याय व्यवस्था: कमजोर होते भरोसे के तार
पिछले हफ्ते उमर खालिद का एक पत्र मैंने पढ़ा। जेल से यह पत्र लिखा है इस पूर्व छात्र नेता ने, जिसको पढ़ कर मुझे रोना आया उसके लिए और देश के लिए भी। कैसा देश है हमारा, जहां जेलों में नब्बे फीसद से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिनके आरोप किसी अदालत में साबित नहीं हुए हैं? कैसा देश है हमारा कि सर्वोच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद लोगों को सालों तक जमानत नहीं मिलती है? यानी दोष साबित होने से पहले ही उनको दंडित किया जाता है। उमर खालिद…
एमपी: जेलर ने मुस्लिम कैदियों की दाढ़ी मुंडवदी, पाकिस्तानी कहकर पुकारा
राजगढ़ एजेंसी: मध्य प्रदेश की राजगढ़ जिला जेल में जेलर द्वारा पांच मुसलिम युवकों की दाढ़ी जबरन कटवा देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। युवकों को शांति भंग करने के आरोप में पकड़ा गया था। जेल भेजा गया तो जेलर ने पांचों की दाढ़ी कटवा दी। युवकों का आरोप है उन्होंने विरोध किया तो जेलर ने कहा, ‘पाकिस्तान से आये हो क्या?’जानकारी के अनुसार, राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील के पांच युवकों कलीम खां, तालिब खां, आरिफ खां, सलमान खां और वहीद खां को 13 सितंबर को राजगढ़ जिले…