अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से दिल्लीवासियों के सामने झूठ परोसने का काम किया है और इस बार वह टारगेट कर रहे हैं आर्थिक रुप से कमजोर लोगों और सफाई कर्मचारियों को – वीरेन्द्र सचदेवा
केन्द्र सरकार द्वारा 2415 करोड़ रुपये की लागत से बनवाए गए 52000 फ्लैट्स को अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ इसलिए खंडहर बना दिया क्योंकि उन फ्लैट्स पर अपनी फोटो लगाने की छूट नही मिली – वीरेन्द्र सचदेवा
दिल्ली सरकार के दो विभाग ड्यूसूब और डी.एस.आई.डी.सी. ने केजरीवाल से लगभग 220 करोड़ रुपये की राशि मांगी ताकि खंडहर पड़े फ्लैट्स की मरम्मत हो सके लेकिन केजरीवाल ने सिर्फ एक लाख रुपये दिये, यह है उनका गरीब प्रेम — वीरेन्द्र सचदेवा
अरविंद केजरीवाल द्वारा गरीबों के प्रति कथनी और करनी में बड़ा अंतर है — वीरेन्द्र सचदेवा
हिम्मत हो तो कल 20 जनवरी सुबह केजरीवाल मेरे साथ खंडहर हो गये फ्लैट्स देखने बवाना चलें — *वीरेन्द्र सचदेवा*
नई दिल्ली, 19 जनवरी : दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से दिल्लीवासियों के सामने झूठ परोसने का काम किया है। केजरीवाल ने आज आर्थिक रुप से कमजोर लोगों को और हमारे सफाई कर्मचारियों को टारगेट किया है जिनसे कह रहे हैं कि अगर केन्द्र सरकार जमीन दे दे तो मैं रिटार्यमेंट के बाद उन सभी को फ्लैट बनाकर दूंगा।
मीडिया प्रमुख श्री प्रवीण शंकर कपूर ने मीडिया रिलेशन विभाग प्रमुख श्री विक्रम मित्तल की उपस्थित में प्रेसवार्ता के प्रारम्भ में कहा कि दिल्ली के सपनों के सौदागर ने आज एक बार फिर से दिल्लीवालों को सपना बेचने का काम किया है।
श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि 2415 करोड़ रुपये की लागत से भारत सरकार ने दिल्ली के आर्थिक रुप से कमजोर लोगों के लिए फ्लैट्स का निर्माण करवाया पर दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दस साल में भी इनका लाभ गरीब जनता तक नही पहुंचने दिया।
इसमें केन्द्र सरकार का शेयर 1108.85 लाख रुपये और दिल्ली सरकार का 992 करोड़ और 52344 फ्लैट जिन लोगों को मिलना था उन्हें 314 करोड़ रुपये देने थे। दिल्ली में गिरपुर, द्वारका, सुल्तानपुरी, बवाना, भलस्वा, बपरौला इत्यादी स्थानों पर ये फ्लैट मिलने थे।
फ्लैट बनकर तैयार हो गये पर अरविंद केजरीवाल उस पूरी फाइल पर कब्जा करके बैठ गए और उन्होंने जिद पकड़ ली कि जब तक इसका नाम मुख्यमंत्री आवास योजना नहीं होगा हम फ्लैट नहीं देंगे जबकि आधे से अधिक पैसा भारत सरकार का था।
श्री सचदेवा ने कहा कि आज उन फ्लैट्स की हालत खंडहर हो गई सिर्फ इस जिद में क्योंकि अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि उन फ्लैट्स पर अरविंद केजरीवाल की फोटो लगे।
केन्द्र सरकार ने केजरीवाल से कहा था कि अपना पैसा वापस ले लीजिए। देश में 4 करोड़ लोगों को निशुल्क या सस्ते घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दिए गए हैं, इसलिए केन्द्र दिल्ली में भी दे देगा लेकिन उस पर भी अरविंद केजरीवाल राजी नहीं हुए।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इस पूरे फ्लैट्स की मरम्मत करनी की बात आई तो दिल्ली सरकार के दोनों विभाग डयूसिब एवं डी.एस.आई.डी.सी. ने केजरीवाल से लगभग 220 करोड़ रुपये की राशि मांगी लेकिन अरविंद केजरीवाल ने 2023 में एक लाख रुपये और फिर उसके बाद कह दिया कि मेरे पास फंड नहीं है। यह अरविंद केजरीवाल की गरीबों के प्रति कथनी और करनी का अंतर है।
श्री सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल को निमंत्रण दिया कि मंच से गरीबो की बात करने वाले केजरीवाल एक बार हमारे साथ उन खंडहर कर दिए गए फ्लैट्स का निरीक्षण करने चले और बताए कि आखिर फ्लैट्स अभी तक क्यों नहीं दिए?
हिम्मत हो तो कल 20 जनवरी सुबह केजरीवाल मेरे साथ खंडहर हो गये फ्लैट्स देखने बवाना चले
अपने अहंकार और जिद के कारण गरीबों को फायदा देने की जगह अपना चेहरा चमकाने पर अड़े हुए हैं। रिठाला कॉरिडोर का भी उद्घाटन बहुत पहले भी हो जाना चाहिए था, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने अपने हिस्से का पैसा नहीं दिया। प्रगति मैदान टनल में 20 फीसदी हिस्सा केजरीवाल सरकार को देना था, नहीं दिया। अपनी जिम्मेदारी से भागने वाले केजरीवाल हमेशा अपने नाम और चेहरे को चमकाने में लगे हुए हैं।
अब चुनाव आ गया है तो प्रतिदिन अरविंद केजरीवाल एक योजना की घोषणा करेंगे। लेकिन अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को बताना पड़ेगा कि अरविंद केजरीवाल बताएं कि आखिर उनकी आय 2020-21 में 40 फीसदी कैसे बढ़ गई और मनीष सिसोदिया बताएं कि उन्हे कोई प्राइवेट व्यक्ति 86 लाख, 58 लाख और 10 लाख रुपये किन शर्तों पर दिया है इसका खुलासा करें।
— मीडिया विभाग
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