एप्लाइड साइंसेज विश्वविद्यालय, एरफर्ट, जर्मनी के एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल ने दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक और अनुसंधान सहयोग के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो नजमा अख्तर से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वोल्फगैंग टिफेंस, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और डिजिटल सोसाइटी, थुरिंगिया मिनिस्टर और प्रोफेसर डॉ फ्रैंक सेज़र, एप्लाइड साइंसेज विश्वविद्यालय, एरफर्ट के अध्यक्ष ने किया।
प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति, फैकल्टी डीन और इंजीनियरिंग-प्रौद्योगिकी, प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और वास्तुकला के विभागाध्यक्षों के साथ विस्तृत बातचीत की। लर्निंग के नए क्षेत्रों में साझेदारी के विस्तार के लिए खुली चर्चा हुई जिसमें अत्याधुनिक अनुसंधान और तकनीकी मुद्दे शामिल रहे।
कुलपति, प्रो. अख्तर ने साझेदारी के विस्तार और सुदृढ़ करने के महत्व को रेखांकित किया, जिसने दो दशकों में दोनों संस्थानों के बीच एक प्रोडक्टिव सहयोग देखा है।
प्रेसिडेंट फ्रैंक सेज़र ने ट्विन कार्यक्रमों और जॉइंट और ड्यूल डिग्री के संबंध में मौजूद अवसरों की एक विस्तृत प्रस्तुति दी। मिनिस्टर वोल्फगैंग टिफ़ेंस ने भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय जुड़ाव के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि दोनों संस्थानों के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग एक ऐसा सफल मॉडल है जो दुनिया के विश्वविद्यालयों के अनुकरण के योग्य है।