संविधान की रक्षा के लिए सबको मिल कर लड़ाई लड़नी होगी
अम्बेडकर समाज पार्टी द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता मैं भाई तेज सिंह और एडवोकेट महमूद पराचा का बयान
नई दिल्लीः हमारा देश अंग्रेज़ों की ग़ुलामी से तो आज़ाद हुआ लेकिन देश के मूलनिवासी दलित (एस सी /एस टी,ओ बी सी )मुस्लिम ,बौद्ध ,सिख,इसाइयों को आजतक आज़ादी नसीब नहीं हुई। संविधान निर्माताओं ने देशवासियों के लिए खुशहाली और सम्पन्नता का जो सपना देखा था वह अधूरा रह गया। भारतीय संविधान के लागू होने के 73 साल बाद भी देश के मूलनिवासी अन्याय -अत्याचार ,हत्या -बलात्कार ,मोब्लिचिंग जैसे जघन्य अपरधों के शिकार हो रहे हैं ये बातें अम्बेडकर समाज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पर 74 गणतंत्र दिवस :निरंकुश सरकार की उपेक्षा के चलते देश और देश के मूलनिवासियों का अस्तित्व ख़तरे मैं संदर्भ पर फोरम अगेंस्ट मोब्लिचिंग एंड इनजस्टिस एवं अम्बेडकर समाज पार्टी के संयुक्त तत्वाधान मैं आयोजित की गयी प्रेस वार्ता मैं भाई तेज सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष अम्बेडकर समाज पार्टी ने कही।
तेज सिंह ने कहा कि देश मैं संविधान का शासन नहीं बल्कि मनुस्मृति का शासन चल रहा है।
भाई तेज सिंह ने कहा कि देश मैं लोकतंत्र को लग भाग समाप्त कर दिया गया है ,प्रजातंत्र मैं सरकार के माईने लोगों लोगों द्वारा और लोगों के लिए की जगह अपराधियों की ,अपराधी तरीक़े (ई वी एम )से चुनी हुई अपराधियों के लिए हो गया है। मोहन भागवत के हालिया बयां पर उन्होंने कहा कि ये देश किसी के बाप जागीर नहीं है ,देश के मूलनिवासियों को संविधानिक तरीक़े से विदेशी मूल के लोगों से देश की मुकम्मल आज़ादी की जंग लड़नी होगी और लोकतंत्र की बहाली के लिए ई वी एम के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतरना होगा देश और संविधान को बचाना होगा।
इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील महमूद पाराचा ने कहा कि संविधान की रक्षा के लिए एससी, एसटी, ओबीसी और सभी अल्पसंख्यकों को एकजुट होकर मनुवाद से लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि हमें टीपू सुल्तान और शेरशाह जैसे शासकों पर गर्व है और हम अपने इतिहास को कभी नहीं भूलेंगे। प्रधानमंत्री के हालिया बयान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के बयान से साफ़ हो गया अल्पसंख्यकों और दलितों पर अत्याचार के पीछे बीजेपी और आरएसएस का हाथ है.
इस मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता हाफिज गुलाम सरवर, राम निवास, राष्ट्रीय सचिव व मीडिया प्रभारी नफीस अहमद अंबेडकर समाज भी मौजूद रहे.