अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति की बहाली हो, सरकार शिक्षा का गला न घोंटे: एसआइओ
अल्पसंख्यकों की शिक्षा तक पहुंच पर लगातार हमला वर्तमान सरकार के संवेदनहीन रवैये का एक जीता जागता उदाहरण है, जिस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की सरकार की खोखली नारेबाज़ी बेनकाब हो रही है। पहले प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप और अब मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप (एमएएनएफ) का वापस लेना शेक्षणिक समानता की घोर अवहेलना है और यह क़दम राज्य का शिक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्र से अपने क़दम खींचने के रवैये को दर्शाता है। शिक्षा और अल्पसंख्यकों पर इस हमले की देश के जागरूक नागरिकों को कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए और सरकार के इस कदम के खिलाफ हर सतह पर आवाज़ बुलंद करना चाहिए।
फवाज़ शाहीन
राष्ट्रीय सचिव
स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ़ इंडिया